छत्तीसगढ़
जब विधानसभा अध्यक्ष महंत के तेवर हुए तल्ख…बोले.. मुझे जो विषय गंभीर लगेगा उस पर जितने चाहे पूरक प्रश्न आएंगे.. मैं चर्चा कराऊंगा
(शशि कोन्हेर) : विधानसभा की कार्यवाही के दौरान आज रोजगार और पंजीकृत बेरोजगारों का मसला सदन में जोर-शोर से उठा। इस मामले में सरकार ने जो जवाब दिया उसमें सरकार अपने ही जवाब से गिर गई। सरकार ने सदन में स्वीकार किया कि जिस संस्था को आधार मानकर आंकड़े तय किए जाते हैं।
उसे शासकीय मान्यता नहीं है. इस पर विपक्ष ने सवाल किया कि जब संस्था को मान्यता नहीं है तो उस संस्था के आंकड़ों पर 2 करोड़ों का विज्ञापन क्यों जारी किया गया..? इसके बाद इस विषय पर पूरक प्रश्नों की झड़ी लग गई और सरकार फंसने लगी।
फिर जब सत्तापक्ष की ओर से पूरक प्रश्नों को लेकर आपत्ति आई। तब विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने सख्त स्वर में कहा.. मुझे जो विषय गंभीर लगेगा। उस पर जितने चाहे पूरा प्रश्न आएंगे और मैं चर्चा कराऊंगा।