“मैं जहां भी जाता हूं, भारत को अपने साथ लेकर चलता हूं”: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई
(शशि कोन्हेर) : भारतीय राजदूत से अमेरिका में प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार मिलने पर Google और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, “भारत मेरा एक हिस्सा है और मैं जहां भी जाता हूं, इसे अपने साथ ले जाता हूं.” भारतीय-अमेरिकी सुंदर पिचाई को व्यापार और उद्योग श्रेणी में 2022 के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
मदुरै में जन्मे सुंदर पिचाई को इस वर्ष की शुरुआत में 17 पुरस्कार विजेताओं में से एक नामित किया गया था. उन्हें शुक्रवार को सैन फ्रांसिस्को में अपने करीबी परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार दिया गया.
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से पुरस्कार स्वीकार करते हुए 50 वर्षीय सुंदर पिचाई ने कहा, “मैं इस अपार सम्मान के लिए भारत सरकार और भारत के लोगों का बहुत आभारी हूं. मुझे आकार देने वाले देश द्वारा इस तरह से सम्मानित किया जाना अविश्वसनीय रूप से बहुत मायने रखता है.”
सुंदर पिचाई ने कहा, “भारत मेरा एक हिस्सा है. मैं जहां भी जाता हूं, इसे अपने साथ ले जाता हूं. इस खूबसूरत पुरस्कार के विपरीत, जिसे मैं कहीं सुरक्षित रखूंगा. मैं भाग्यशाली था कि मैं एक ऐसे परिवार में पला-बढ़ा, जिसने सीखने और ज्ञान को पोषित किया. मेरे माता-पिता ने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत त्याग किया कि मुझे अपनी रुचियों का पता लगाने के अवसर मिलें.”
समारोह के दौरान सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्यदूत टी वी नागेंद्र प्रसाद भी मौजूद थे. इस अवसर पर अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि प्रौद्योगिकी की असीमित संभावनाओं में बदलाव का सुंदर पिचाई प्रतिनिधित्व करते हैं.
वह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में समाज के विभिन्न वर्गों के लिए डिजिटल उपकरण और कौशल को सुलभ बनाने की दिशा में सराहनीय प्रयास कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3S- गति, सरलता और सेवा को संयोजित करने वाली प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण को याद करते हुए संधू ने कहा कि Google भारत में हो रही डिजिटल क्रांति का पूरा उपयोग करेगा.
इस पर सुंदर पिचाई ने कहा कि तकनीकी परिवर्तन की तीव्र गति को देखने के लिए इन वर्षों में कई बार भारत लौटना आश्चर्यजनक रहा है. उन्होंने कहा कि भारत में किए गए डिजिटल भुगतान से लेकर आवाज प्रौद्योगिकी तक के नवाचार दुनिया भर के लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, “मैं Google और भारत के बीच महान साझेदारी को जारी रखने की आशा करता हूं, क्योंकि हम प्रौद्योगिकी के लाभों को अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए मिलकर काम करते हैं.”
पिचाई ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन के अवसरों का लाभ व्यवसाय भी उठा रहे हैं और पहले से कहीं अधिक लोगों तक इंटरनेट की पहुंच है. इनमें ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की डिजिटल इंडिया दृष्टि निश्चित रूप से इस प्रगति के लिए प्रेरक रही है. मुझे गर्व है कि Google दो परिवर्तनकारी दशकों में सरकारों, व्यवसायों और समुदायों के साथ साझेदारी करते हुए भारत में निवेश करना जारी रखता है.”
सुंदर पिचाई ने कहा, “हमारे दरवाजे पर आने वाली हर नई तकनीक ने हमारे जीवन को बेहतर बनाया है और उस अनुभव ने मुझे Google के रास्ते दुनिया भर में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने वाली तकनीक बनाने में मदद करने का मौका दिया.” पिचाई ने कहा कि वह आगे बहुत अवसर देखते हैं.
भारत द्वारा G20 की अध्यक्षता संभालने पर, पिचाई ने कहा, “यह एक ऐसे इंटरनेट को आगे बढ़ाकर वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर सहमति बनाने का एक अद्भुत अवसर है, जो खुला, कनेक्टेड, सुरक्षित और सभी के लिए काम करता है. यह एक लक्ष्य है, जिसे हम साझा करते हैं और आपके साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
मैं इस काम को एक साथ करने और प्रौद्योगिकी के लाभों को अधिक लोगों तक पहुंचाने के अवसर के लिए आभारी हूं. Google ने इस वर्ष मशीन लर्निंग में एक नई प्रगति का उपयोग करते हुए अपनी अनुवाद सेवा में 24 नई भाषाएँ जोड़ीं. उनमें से आठ भारत की मूल भाषाएं हैं.”
सुंदर पिचाई ने कहा,”यह देखना बहुत मायने रखता है कि लोग अपनी पसंदीदा भाषा में जानकारी और ज्ञान कैसे प्राप्त कर सकते हैं और दुनिया को उनके लिए नए तरीकों से खोलते हुए देख सकते हैं. यही कारण है कि मैं प्रौद्योगिकी के बारे में इतना आशावादी बना हुआ हूं और मुझे विश्वास है कि भारत नेतृत्व करना जारी रख सकता है और इसे जारी रखना चाहिए.”