कौन हैं अंकिति बोस, जिन्होंने एक इन्वेस्टर पर ठोक डाला 820 करोड़ का मानहानि केस?
(शशि कोन्हेर) : वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर महेश मूर्ति हाल ही में जब भारतीय स्टार्टअप के बारे में एक आलेख लिख रहे थे, तब उन्हें कतई अंदाजा नहीं होगा कि यह उन्हें भारी पड़ सकता है.
फेमस महिला उद्यमी अंकिति बोस ने उस आर्टिकल में लिखी गई कुछ बातों को लेकर इन्वेस्टर महेश मूर्ति के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया है. यह केस भी कोई हल्का-फुल्का नहीं है, बल्कि अंकिति बोस ने मानहानि के एवज में 820 करोड़ रुपये का दावा किया है.
बॉम्बे हाई कोर्ट की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अंकिति ने यह केस लॉ फर्म सिंघानिया एंड कंपनी एलएलपी के माध्यम से दायर किया है. यह केस 20 अप्रैल 2023 को फाइल किया गया है.
अंकिति ने केस में आरोप लगाया है कि मूर्ति ने आउटलुक बिजनेस में एक मार्च को जो आर्टिकल लिखा है, वह भेदभाव करने वाला है और अपमानजनक है. अंकिति ने कोर्ट से मांग की है कि मूर्ति के ऊपर अंकिति के बारे में सोशल मीडिया या किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर कुछ भी लिखने से हमेशा के लिए रोक दिया जाए.
मूर्ति ने अपने आर्टिकल में एक महिला का जिक्र किया है, जो एक लोकप्रिय फैशन पोर्टल चला रही थी और जिसने Sequoia से फंड लिए थे. अंकिति का कहना है कि यह जिक्र उनके बारे में जरूरत से ज्यादा इशारा करना है. उन्होंने इसी बात को आधार बनाकर मानहानि का मुकदमा किया है.
अंकिति बोस की बात करें तो वह फैशन स्टार्टअप जिलिंगो की को-फाउंडर हैं और सीईओ रह चुकी हैं. उनके नाम भारत की पहली यूनिकॉर्न स्टार्टअप महिला फाउंडर होने का कीर्तिमान है.
हालांकि अंकिति के सितारे अब पहले की तरह बुलंद नहीं चल रहे हैं. अनियमितता के आरोपों के बाद उन्हें जिलिंगो से बाहर किया जा चुका है. वहीं अंकिति बोस का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप सही नहीं हैं.