पेंशन योजना के नियम क्यों बदलना चाहती है सरकार..
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सोमवार को कहा कि ईपीएफओ पेंशन योजना के नियम बदलने पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत पीएफ खाते में जमा कुल धनराशि को पेंशन के तौर पर परिवर्तित करने का विकल्प कर्मचारियों को दिया जा सकता है।
मंडाविया ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा के लिए कर्मचारी भविष्य निधि के तहत कर्मचारियों को ज्यादा विकल्प दिए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई कर्मचारी रिटायर होने के बाद चाहता है कि उसके पीएफ खाते में जमा सारे पैसे को पेंशन फंड में परिवर्तित कर दिया जाए, जिससे उसे ज्यादा पेंशन मिल सके।
सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। आगे चलकर सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर नियमों में बदलाव किए जाने की पर्याप्त संभावना है।
जुलाई में ईपीएफओ से करीब 20 लाख नए कर्मचारी जुड़े हैं। जुलाई में चालू वित्तीय वर्ष के सबसे अधिक लोगों ने नौकरी शुरू की है।
कुल 19.94 लाख ने नौकरी शुरू करने के बाद ईपीएफओ में पंजीकरण कराया। इनमें से 10.52 लाख कर्मचारी ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार नौकरी शुरू की है।
ईपीएफओ पोर्टल से जुड़ी दिक्कतों को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम ईपीएफओ पोर्टल को किसी बैंकिंग वेबसाइट की तरह बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
अगले छह महीने में इसमें व्यापक सुधार दिखाई देगा। हमारी कोशिश है कि बैंकिंग पोर्टल की तर्ज पर ईपीएफओ के पोर्टल पर भी कर्मचारियों को एक क्लिक पर सारी सेवाएं उपलब्ध हो सकें। इसके लिए पूरे सिस्टम में सुधार किया जा रहा है।
मंडाविया ने कहा, हम नए क्षेत्रों की भी पहचान कर रहे हैं, जिसमें रोजगार के अवसर तेजी से पैदा किए जा सकें।
इन क्षेत्रों में सेमीकांडक्टर उद्योग भी एक है। भविष्य में इसके माध्यम से बड़े रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है क्योंकि भारत में बड़ी संख्या में कंपनियां सेमीकंडक्टर लगाने को उत्साहित हैं।