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बातचीत के लिए चीन के राष्ट्रपति के पीछे क्यों भाग रहे हैं पीएम मोदी- बोले ओवैसी ओवैसी

(शशि कोन्हेर) : एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा से सवाल किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बातचीत के लिए चीनी राष्ट्रपति के पीछे क्यों भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि LAC की मौजूदा हालात को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए।

ओवैसी ने कहा कि यह लीक हो गया था कि चीन बात करना चाहता था। विदेश मंत्रालय को प्रधानमंत्री मोदी और शी चिनफिंग की बातचीत के बाद बयान देना चाहिए था कि ये बातचीत हुई थी। चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री बातचीत करना चाहते थे। बाद में विदेश सचिव कुछ और कहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग के बीच जोहानसबर्ग में बातचीत के दो दिन बाद भारत और चीन ने इस बात पर शुक्रवार को अलग-अलग विचार पेश किए कि किस पक्ष ने बातचीत का अनुरोध किया।

भारत की तरफ से बताया गया कि द्विपक्षीय बैठक को लेकर चीनी पक्ष की ओर से एक अनुरोध लंबित है। इससे कुछ घंटे पहले चीनी पक्ष ने मोदी-शी के बीच हुई वार्ता का ब्योरा जारी करते हुए कहा था कि भारत के अनुरोध पर यह बातचीत हुई।

ओवैसी ने पूछा- लद्दाख सीमा पर जो हो रहा है वो देश को बताया जाए
ओवैसी ने इसका घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह भाजपा से पूछना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री बातचीत के लिए चीनी राष्ट्रपति के पीछे क्यों भाग रहे हैं। ओवैसी ने पूछा कि लद्दाख सीमा पर जो हो रहा है, उस पर प्रधानमंत्री देश को अंधेरे में क्यों रख रहे हैं? उन्होंने पूछा कि क्या कारण है कि मोदी सरकार कोई समाधान स्वीकार करने के लिए हमारी बहादुर सेना पर दबाव डाल रही है।

ओवैसी ने कहा कि देश की बहादुर सेना पिछले 40 महीने से ऊंचे पहाड़ों पर चीन की सेना का सामना कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर देश ने अपना क्षेत्र खो दिया है। अगर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार चीन के सामने झुक रही है तो यह शर्मनाक होगा। उन्होंने कहा कि जो 2,000 वर्ग किलोमीटर हमने खोया है, वह भाजपा की निजी संपत्ति नहीं है। वह हमारे देश की जमीन है। यह हमारे देश की सुरक्षा का अभिन्न अंग है।

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