देश

क्या चुनावी मौसम में सिंधिया बीजेपी के साथ ‘खेल’ कर देंगे? कांग्रेस के ट्वीट के बाद अटकलें

(शशि कोन्हेर) : मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ा एक ट्वीट करते हुए दावा किया कि केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्विटर बायो से भाजपा का नाम हटा लिया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया सामने आने लगी। यूथ कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, “उसूलों पर आंच फिर आ रही है, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हटाया ट्विटर से भाजपा का नाम”

इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर कहा जाने लगा कि क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर पार्टी बदलने का मूड बना रहे हैं? लेकिन इन अटकलों पर शाम होते खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विराम लगा दिया। उन्होने ट्वीट कर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मेरे ट्वीट से ज़्यादा कांग्रेस को काम पर ध्यान देना चाहिए।

क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना ट्विटर बायो बदला है? इस सवाल के जवाब में कई फैक्ट चेक वेबसाइट्स ने दावा किया है कि ऐसा नहीं है…उन्होने फिलहाल अपना बायो नहीं बदला है और कभी उनके ट्विटर बायो में भाजपा शब्द लिखा ही नहीं गया है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर क्या लिखा?

ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल केंद्र सरकार में केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री हैं। वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे।

जब ट्विटर पर बायो बदलने को लेकर चर्चा होने लगी तो उन्होने ट्वीट कर लिखा, “मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पास जनता का कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए सुबह-शाम केवल झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाना है। मेरे ट्विटर बायो से अच्छा अगर जनता की मन की बात पढ़ ली होती तो 15 महीनों में भ्रष्ट सरकार ना जाती”

दिग्विजय सिंह के छोटे भाई ने सिंधिया को किया याद
कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने शुक्रवार को एक बयान देते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की कमी खलती है….गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ते ही मध्यम प्रदेश में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आकर गिर गई थी और बाद में शिवराज सिंह के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी थी। क्ष्मण सिंह ने कहा, “मुझे सिंधिया की याद आती है क्योंकि उनकी उपस्थिति कांग्रेस के लिए फायदेमंद थीइ, उनमें क्षमता है और वह बड़े अच्छे वक्ता हैं”

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button