(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर: दिव्यांगता को नियति मानकर हार मानने वालों के लिए युवा रमऊ राम उदाहरण है जिसने नेत्रहीनता के बावजूद पढ़-लिखकर अपना बेहतर भविष्य बनाने का प्रण लिया है. आधुनिक तकनीक से पढ़ने उसने कलेक्टर से लैपटॉप मांगा है.
जीवन मे आगे बढ़ने की चाह रमऊ राम को गाँव से बिलासपुर कलेक्टोरेट लेकर पहुंची है. 20 साल का रमऊ राम जगत देख नहीं सकता लेकिन उसके आसपास तेजी से होने वाले बदलाव को वो अच्छी तरह समझता है. उसे मालूम है कि तकनीकी ज्ञान उसे आगे बढ़ा सकता है. क्योंकि इसमे इस्तेमाल होने वाली चीजे समय की मांग है.
युवा रमऊ राम ने अपने एंड्रॉयड मोबाईल पर nvda एप्लिकेशन download किया हैं इससे audio सुनकर वो मोबाईल का इस्तेमाल करता है. उसे पूरा विश्वास है कि कलेक्टर से लैपटॉप मिल जाता है तो वह उससे कालेज की पढ़ाई बेहतर ढंग से कर सकता है. रमऊ राम का आत्मविश्वास उन दिव्यागो मे ऊर्जा भरने वाला है जो हार मान बैठे हैं.
दृश्यों की जानकारी और डेस्कटॉप मे मौजूद एप संचालन मे nvda एप्लीकेशन audio माध्यम से मदद करता है य़ह नेत्रहीनों के लिए वरदान है. खैर बिल्हा के नवागाँव मे रहने वाला य़ह नेत्रहीन
नौजवान कलेक्टर को कॉन्वेंस कर पाता है या नही लेकिन उसे अच्छी तरह मालूम है उसकी जिंदगी मे लैपटॉप बड़ी अहमियत रखता है.