युवक कांग्रेस ने पार्टी में रखा 65 साल की उम्र को, सेवानिवृत्ति की उम्र तय करने का प्रस्ताव…पार्टी ने 2024 तक टाला…….
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस नेताओं के लिए अब सेवानिवृत्त की उम्र का प्रस्ताव रखा गया है। इसे पार्टी ने अभी फिलहाल 2024 तक के लिए टाल दिया है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व युवा कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा बराड़ की अध्यक्षता वाली कांग्रेस युवा समिति द्वारा पार्टी नेताओं के लिए सेवानिवृत्ति की आयु के रूप में 65 वर्ष की सिफारिश की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने फैसला किया है कि इसे अभी न लागू करके 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद लागू किया जाएगा।
युवा समिति ने कांग्रेसियों को 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने की सिफारिश की थी, जिस पर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सहमति व्यक्त की, लेकिन अभी दो साल के लिए इसे टाल दिया गया है।
हाल ही में अभी उदयपुर में नौ साल के अंतराल के बाद चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 430 कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया था। इस दौरान पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए छह मसौदा तैयार किया था।
शिविर में चर्चा के लिए पार्टी अध्यक्ष ने छह अलग-अलग समितियों का गठन किया था, जिनकी सिफारिशों को खेमे में मंजूरी दी गई। इसमें कई बड़े फैसले लिए गए, लेकिन एक अहम फैसला टाल दिया गया। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी 65 साल की आयु सीमा की सिफारिश पर सहमति जताई। जिससे पार्टी नेताओं के बीच बाद हंगामा हो गया।
कांग्रेस के ये वरिष्ठ नेता हैं 65 के पार
हरियाणा में भूपिंदर सिंह हुड्डा, मध्य प्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह और हिमाचल में प्रतिभा वीरभद्र सिंह सभी 65 वर्ष से ऊपर हैं। इसके अलावा अशोक गहलोत, पी. चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल जैसे अन्य वरिष्ठ नेता इस सीमा के अंतर्गत आते हैं। यहां तक कि खुद सोनिया गांधी भी इस कसौटी पर खरी उतरती हैं।
रिटायरमेंट के फैसले का अभी पार्टी के अंदर पड़ेगा बुरा प्रभाव
कांग्रेस नेताओं की सेवानिवृत्ति की आयु के बारे में लंबी चर्चा के बाद, यह निष्कर्ष निकाला गया कि वर्तमान में पार्टी के बुरे दौर में जल्दबाजी में ऐसा निर्णय लेना एक बुरा विचार होगा, क्योंकि यह सही निर्णय नहीं होगा। सभी बड़े नेता, जिन्होंने अपने-अपने राज्यों में कमान संभाल ली है, तुरंत घर पर बैठ जाएंगे।
अंत तक यह निर्णय लिया गया कि इस मामले को तत्काल लागू करने की बजाय 2024 के लोकसभा चुनाव तक के लिए टाल दिया जाए, उसके बाद धीरे-धीरे इस फैसले को लागू किया जाएगा।
इसके साथ ही वरिष्ठ नेताओं को दो साल का कूलिंग आफ पीरियड मिल गया है। बैठक में 50 वर्ष से कम आयु के युवाओं को संगठन में उपलब्ध पदों का 50 प्रतिशत देने का निर्णय लिया गया और सभी वरिष्ठ नेताओं ने इसके लिए सहमति व्यक्त की है।